Mazagon Dock (MDL) का धमाकेदार प्रदर्शन: Q3 में PAT 30% उछाल, 63,000 Cr का ऑर्डर बुक और जबरदस्त डिविडेंड!

 Mazagon Dock (MDL) का धमाकेदार प्रदर्शन: Q3 में PAT 30% उछाल, 63,000 Cr का ऑर्डर बुक और जबरदस्त डिविडेंड!  



 MDL - भारत का शिपबिल्डिंग चैंपियन 

Mazagon Dock Shipbuilders Limited (MDL), भारत की सबसे बड़ी डिफेंस शिपयार्ड और एक नवरत्न PSU कंपनी, ने Q3 FY24-25 के शानदार नतीजे पेश किए हैं। कंपनी ने हाईएस्ट एवर क्वार्टरली रेवेन्यू (₹3,144 Cr) और 30% की PAT ग्रोथ दर्ज की है। साथ ही, ₹63,000 Cr के मजबूत ऑर्डर बुक और जनवरी 2025 में INS Nilgiri, INS Surat और INS Vaghsheer के ट्राई-कमीशनिंग से MDL ने अपनी एक्सीक्यूशन एक्सीलेंस साबित की है। यह आर्टिकल MDL के फाइनेंशियल्स, ग्रोथ ड्राइवर्स और फ्यूचर आउटलुक को डिटेल में समझाएगा।  


1. फाइनेंशियल परफॉर्मेंस: सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए! 

Q3 FY24-25: YoY तुलना 

| मेट्रिक       | Q3 FY24-25 | YoY ग्रोथ |  

|--------------|------------|------------|  

| रेवेन्यू      | ₹3,144 Cr  | +33%       |  

| EBITDA       | ₹1,104 Cr  | +37%       |  

| EBITDA मार्जिन | 25%        | +3%        |  

| PAT          | ₹768 Cr    | +30%       |  


9 महीने का कंसोलिडेटेड प्रदर्शन 

रेवेन्यू: ₹8,257 Cr (+30% YoY)  

PAT: ₹1,998 Cr (+68% YoY)  


क्यों मायने रखता है?  

MDL ने ऑपरेशनल एफिशिएंसी और हाई-वैल्यू प्रोजेक्ट्स (डिस्ट्रॉयर्स, सबमरीन) से मार्जिन बढ़ाया है।  

कंसिस्टेंट प्रॉफिटेबिलिटी: 20+ साल से लगातार प्रॉफिट, कोई डेट नहीं।  


2. ऑर्डर बुक: 5 साल की गारंटीड ग्रोथ 

31 दिसंबर 2024 तक MDL का ऑर्डर बुक ₹63,000 Cr है, जिसमें:  

- डिफेंस प्रोजेक्ट्स (90% हिस्सा): 

  - P17A स्टील्थ फ्रिगेट्स: ₹14,518 Cr (3 जहाज बाकी)।  

  - P75 कलवरी सबमरीन: ₹2,671 Cr (1 सबमरीन बाकी)।  

  - AIP सिस्टम: ₹1,758 Cr (DRDO के साथ टेक्नोलॉजी पार्टनरशिप)।  

- कमर्शियल प्रोजेक्ट्स (10%): ONGC के ऑफशोर रिग्स, हाइब्रिड वेसल्स।  


बड़ी खबर: 

- हाल ही में ₹1,990 Cr का AIP कॉन्ट्रैक्ट मिला, जो सबमरीन्स की एंड्योरेंस बढ़ाएगा।  

- "मेक इन इंडिया" को बूस्ट: MDL अबतक 805 जहाज/सबमरीन डिलीवर कर चुका है।  


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3. ऑपरेशनल माइलस्टोन्स: ट्राई-कमीशनिंग हिस्ट्री बनाई!

- 15 जनवरी 2025: PM मोदी ने INS Nilgiri (फ्रिगेट), INS Surat (डिस्ट्रॉयर), INS Vaghsheer (सबमरीन) को कमीशन किया। यह पहली बार है जब एक साथ 3 कॉम्बैटेंट्स नेवी में शामिल हुए।  

- P15B डिस्ट्रॉयर्स: सभी 4 जहाज डिलीवर (आखिरी 20 दिसंबर 2024 को)।  

- P17A फ्रिगेट्स: पहला जहाज (Nilgiri) डिलीवर, 3 बाकी।  


MDL का यूनिक एडवांटेज:

- भारत की इकलौती शिपयार्ड जो डिस्ट्रॉयर्स + सबमरीन्स एक साथ बना सकती है।  

- नेवी का ट्रस्टेड पार्टनर: 1960 से अबतक 30 वॉरशिप्स और 6 सबमरीन्स डिलीवर।  


4. डिविडेंड ट्रैक रिकॉर्ड: निवेशकों को मिला मोटा रिटर्न 

- FY24-25 इंटरिम डिविडेंड: ₹23.19/शेयर (231.9% फेस वैल्यू)।  

- 5 साल में डिविडेंड CAGR: 28% (FY20-25)।  

- डिविडेंड यील्ड: ~3.5% (करंट प्राइस पर)।  


क्यों अच्छा है?  

- जीरो डेट: कोई कर्ज नहीं, स्ट्रॉन्ग कैश फ्लो।  

- गवर्नमेंट बैकिंग: नवरत्न PSU होने से स्टेबिलिटी मिलती है।  


SWOT विश्लेषण: MDL की ताकत और चुनौतियां 

|       ताकत (Strengths)             |    कमजोरियां (Weaknesses)      |  

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| - डिफेंस शिपबिल्डिंग में एकाधिकार। | - सरकारी ऑर्डर्स पर निर्भरता।   |  

| - नवरत्न PSU (ऑटोनॉमी मिलती है)।  | - कॉम्प्लेक्स प्रोजेक्ट्स में डिले का रिस्क। |  


|    अवसर (Opportunities)         |       खतरे (Threats)             |  

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| - आत्मनिर्भर भारत: डिफेंस बजट ₹6.2 लाख Cr। | - ग्लोबल सप्लाई चेन इश्यूज।     |  

| - एक्सपोर्ट (स्कॉर्पीन सबमरीन्स)। | - L&T, GRSE जैसे कंपटीटर्स।      |  


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वैल्यूएशन और टारगेट प्राइस  

- करंट P/E: 25x (10 साल का एवरेज 18x)।  

- प्रीमियम जस्टिफाइड: डिफेंस सेक्टर की ग्रोथ + हाई मार्जिन।  

- टारगेट प्राइस: ₹3,000 (20% अपसाइड) - **DCF (WACC 12%, टर्मिनल ग्रोथ 5%) के आधार पर।  


शॉर्ट-टर्म ट्रिगर्स:

- P17A फ्रिगेट्स की डिलीवरी (2025-26)।  

- AIP सिस्टम इंटीग्रेशन (सबमरीन अपग्रेड)।  


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1. मोनोपॉली मोट: डिफेंस शिपबिल्डिंग में कोई सीधा कंपटीशन नहीं।  

2. ऑर्डर बुक विजिबिलिटी: ₹63,000 Cr का ऑर्डर अगले 5 साल की ग्रोथ सुनिश्चित करता है।  

3. गवर्नमेंट सपोर्ट: नवरत्न PSU होने से फंडिंग/ऑर्डर्स में आसानी।  


रिस्क फैक्टर्स:  

- प्रोजेक्ट डिले (कॉम्प्लेक्स टेक्नोलॉजी के कारण)।  

- जियोपॉलिटिकल टेंशन से डिफेंस बजट प्रभावित हो सकता है।  



डेटा स्रोत: MDL इन्वेस्टर प्रेजेंटेशन, BSE/NSE फाइलिंग्स, डिफेंस मिनिस्ट्री रिपोर्ट्स।  

डिस्क्लेमर: यह निवेश सलाह नहीं है। निवेश से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें।

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