XIRR vs CAGR vs Absolute Returns: कौन सा रिटर्न देखना चाहिए?
अगर आप म्यूचुअल फंड, स्टॉक मार्केट या किसी भी निवेश में पैसा लगाते हैं, तो आपने Absolute Return, CAGR और XIRR के बारे में जरूर सुना होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इनमें से कौन सा रिटर्न आपके लिए सही है?
इस आर्टिकल में हम इन तीनों कॉन्सेप्ट्स को आसान हिंदी में समझेंगे और जानेंगे कि कब किसका इस्तेमाल करना चाहिए।
1. Absolute Returns (एब्सोल्यूट रिटर्न) – सबसे सिंपल कैलकुलेशन
क्या है Absolute Return?
Absolute Return बताता है कि आपके निवेश ने कितना प्रॉफिट या लॉस दिया है, बिना समय की गणना किए।
फॉर्मूला:
Absolute Return (%) = [(Final Value - Initial Investment) / Initial Investment] × 100
उदाहरण:
- Initial Investment (शुरुआती निवेश): ₹1,00,000
- Final Value (1 साल बाद): ₹1,35,000
- Absolute Return =** [(1,35,000 - 1,00,000) / 1,00,000] × 100 = 35%
कब यूज़ करें?
- अगर आपने लंपसम (एकमुश्त) निवेश किया है और 1 साल या उससे कम समय में रिटर्न देखना चाहते हैं।
- SIP (सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के लिए यह सही नहीं है।
कमियाँ:
- यह समय के साथ कंपाउंडिंग (चक्रवृद्धि ब्याज) को नहीं दिखाता ।
- अगर निवेश लंबे समय तक रहा है, तो Absolute Return भ्रमित कर सकता है।
2. CAGR (कंपाउंडेड एनुअल ग्रोथ रेट) – लंबे समय के निवेश के लिए
क्या है CAGR?
CAGR (Compound Annual Growth Rate) बताता है कि आपका निवेश हर साल कितने % की दर से बढ़ा, जैसे कि ब्याज पर ब्याज मिल रहा हो।
फॉर्मूला:
CAGR (%) = [(Final Value / Initial Investment)^(1/n)] - 1 × 100
(जहाँ n = सालों की संख्या)
उदाहरण:
- Initial Investment: ₹1,00,000
- Final Value (5 साल बाद): ₹2,10,000
- CAGR = [(2,10,000 / 1,00,000)^(1/5)] - 1 × 100 ≈ 16%
कब यूज़ करें?
- जब आप लंपसम निवेश किया हो और लंबे समय (2+ साल) तक होल्ड किया हो।
- SIP के लिए यह सही नहीं है, क्योंकि इसमें अलग-अलग समय पर पैसा लगता है।
कमियाँ:
- यह असल रिटर्न नहीं दिखाता , बल्कि एक औसत दर बताता है।
- अगर निवेश में उतार-चढ़ाव (Volatility) ज्यादा है, तो CAGR गलत आइडिया दे सकता है।
3. XIRR (एक्सटेंडेड इंटरनल रेट ऑफ रिटर्न) – SIP और इर्रेगुलर निवेश के लिए
क्या है XIRR?
XIRR (Extended Internal Rate of Return) उन निवेशकों के लिए है जो SIP, SWP या अलग-अलग समय पर पैसा लगाते हैं । यह हर ट्रांजैक्शन के टाइम पीरियड को कैलकुलेट करता है।
फॉर्मूला (Excel में):
=XIRR(Values, Dates)
(Values = निवेश और रिडेम्प्शन के Amount, Dates = ट्रांजैक्शन की तारीखें)
उदाहरण:
- SIP: ₹10,000 हर महीने, 5 साल तक (कुल ₹6,00,000 निवेश)
- Final Value: ₹8,00,000
- XIRR ≈ 12% (यह सालाना रिटर्न बताएगा)
कब यूज़ करें?
- SIP (मासिक निवेश) के लिए।
- SWP (Systematic Withdrawal Plan) के लिए।
- जब अलग-अलग समय पर निवेश और निकासी हो रही हो।
कमियाँ:
- कैलकुलेशन थोड़ा कॉम्प्लेक्स है, Excel या कैलकुलेटर की जरूरत पड़ती है।
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किस स्थिति में क्या देखें? (XIRR vs CAGR vs Absolute Returns)
| पैरामीटर | Absolute Return | CAGR | XIRR |
|-------------------|-------------------|---------|---------|
| निवेश का तरीका | लंपसम (एकमुश्त) | लंपसम | SIP/SWP/इर्रेगुलर |
| समय अवधि | 1 साल या कम | 2+ साल | कोई भी |
| कंपाउंडिंग इफेक्ट | नहीं | हाँ | हाँ |
| एक्यूरेसी | कम | मीडियम | हाई |
1. Absolute Return – अगर आपने 1 साल या कम समय के लिए लंपसम निवेश किया है।
2. CAGR – अगर आपने लंबे समय (2+ साल) के लिए लंपसम निवेश किया है।
3. XIRR – अगर आप SIP, SWP या अलग-अलग समय पर निवेश कर रहे हैं।
फाइनल टिप:
- शॉर्ट-टर्म (1 साल से कम) → Absolute Return देखें।
- लॉन्ग-टर्म लंपसम (2+ साल) → CAGR देखें।
- SIP या इर्रेगुलर निवेश → XIRR देखें।
अगर आप म्यूचुअल फंड में SIP करते हैं, तो XIRR सबसे सही तरीका है आपके रिटर्न को मापने का।
Happy Investing! 🚀
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