Oriana Power Limited: FY25 में एकीकृत ऊर्जा समाधानों की ओर बढ़ते कदम!
कंपनी प्रोफाइल: क्लीन एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माता
Oriana Power Limited (पूर्व में Oriana Power Private Limited) 2013 में स्थापित एक इंटीग्रेटेड रिन्यूएबल एनर्जी प्लेयर है, जो सोलर, बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS), ग्रीन हाइड्रोजन और कंप्रेस्ड बायोगैस (CBG) समाधानों में सक्रिय है। कंपनी का बिजनेस मॉडल चार प्रमुख वर्टिकल्स पर आधारित है:
1. EPC (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट, कंस्ट्रक्शन): क्लाइंट्स को डिज़ाइन-टू-कमीशन टर्नकी सोल्यूशंस
2. IPP (इंडिपेंडेंट पावर प्रोड्यूसर): लॉन्ग-टर्म रेवेन्यू कॉन्ट्रैक्ट्स के साथ एसेट ओनरशिप
3. डिफर्ड कैपिटल मॉडल: मिनिमम कैपिटल आउटले के साथ इन्फ्रास्ट्रक्चर एक्सेस
4. IPP डेवलपमेंट सर्विसेज: एडवाइजरी-लेड स्ट्रक्चरिंग और ब्लेंडेड फाइनेंसिंग
फाइनेंशियल स्नैपशॉट (FY25):
- रेवेन्यू: ₹987.17 करोड़ (FY24 से 2.58x ग्रोथ)
- EBITDA: ₹245.38 करोड़ (2.93x ग्रोथ)
- PAT: ₹158.55 करोड़ (2.92x ग्रोथ)
- EPS: ₹79.52 (FY24: ₹33.41)
- डेट-टू-इक्विटी: 0.53x (FY24: 1.26x)
FY25 परफॉर्मेंस हाइलाइट्स: मल्टी-वर्टिकल एक्सपेंशन
1. सोलर सेगमेंट में जबरदस्त ग्रोथ
- कुल क्षमता: 400+ MW डिलीवर (200+ MW FY25 में अकेले)
- अंडर एक्जीक्यूशन: 550+ MW
- की प्रोजेक्ट विन्स:
- Dolmia Bharat Cement: 128 MWp
- JK Cement: 110 MWp
- MSEDCL: 100 MWp
- BPCL: 71 MWp
- 1 GW का लक्ष्य: FY26 तक (राजस्थान, तमिलनाडु, UP और हरियाणा में सोलर पार्क्स डेवलपमेंट के साथ)
2. BESS (बैटरी एनर्जी स्टोरेज) में एंट्री
- प्रोजेक्ट्स सिक्योर्ड: 403 MWh (RVUNL, TGGENCO, KPTCL, TNGC जैसे स्टेट यूटिलिटीज के साथ)
- हाइब्रिड प्रोजेक्ट्स: 2.5 MWh सीमेंट कंग्लोमरेट के लिए
- 1+ GWh का लक्ष्य: FY26 तक
3. ग्रीन हाइड्रोजन/ई-फ्यूल्स में पायलट प्रोजेक्ट्स
- SIGHT स्कीम: 10,000 MTPA क्षमता आवंटित
- मध्य प्रदेश में ज़मीन: गीगा-फैक्ट्री डेवलपमेंट के लिए
- ई-मेथनॉल प्रोजेक्ट: 225 TPD पर विचाराधीन
स्ट्रेटेजिक एक्सपेंशन प्लान्स: विजन 2030
1. सोलर क्षमता का विस्तार
- EPC: 6 GW तक (FY25: 400+ MW)
- IPP: 2.5 GW तक
2. BESS क्षमता
- 3.5 GWh तक (FY25: 403 MWh)
3. ग्रीन हाइड्रोजन इकोसिस्टम
- इलेक्ट्रोलाइज़र मैन्युफैक्चरिंग: 500 MW (2026 तक), 1 GW (2027 तक)
- ई-फ्यूल प्रोडक्शन: 1 MMT तक
ऑपरेशनल एनाबलर्स: स्केल के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर
1. लैंड बैंक
- 2,900+ एकड़ ज़मीन भारत भर में सिक्योर (1+ GW क्षमता के लिए)
2. फंडिंग विजिबिलिटी
- MoUs: ₹15,500 करोड़ (राजस्थान, MP, असम सरकारों के साथ)
3. टेक्नोलॉजी एडॉप्शन
- SAP, AI, ब्लॉकचेन जैसी डिजिटल टूल्स फॉर एफिशिएंट ऑपरेशंस
रिस्क फैक्टर्स और चुनौतियाँ
1. प्रोजेक्ट एक्जीक्यूशन रिस्क: 550+ MW अंडर कंस्ट्रक्शन का समय पर पूरा होना
2. ग्रीन हाइड्रोजन इकोनॉमी: टेक्नोलॉजी कॉस्ट और डिमांड अनसर्टेन्टी
3. BESS मार्केट: भारत में अभी नए मार्केट में प्राइसिंग प्रेशर
इंटीग्रेटेड एनर्जी प्लेयर के रूप में उभरती ओरियाना
Oriana Power ने FY25 में रेवेन्यू, EBITDA और PAT में ~2.9x ग्रोथ के साथ अपने मल्टी-वर्टिकल एक्सपेंशन की मजबूत शुरुआत की है। कंपनी का फोकस अब सिर्फ सोलर EPC से आगे बढ़कर BESS और ग्रीन हाइड्रोजन जैसे नए सेगमेंट्स में है, जो भारत के एनर्जी ट्रांजिशन लैंडस्केप में स्ट्रैटेजिक पोजिशनिंग सुनिश्चित करता है।
हालांकि, निवेशकों को निम्न बातों पर नजर रखनी चाहिए:
- कैपिटल अलोकेशन: मल्टी-वर्टिकल एक्सपेंशन के लिए फंडिंग प्लान
- मार्जिन ट्रेंड: BESS और हाइड्रोजन प्रोजेक्ट्स की प्रोफाइटेबिलिटी
- पॉलिसी सपोर्ट: ग्रीन हाइड्रोजन और स्टोरेज सेक्टर के लिए सरकारी इंसेंटिव्स
Oriana का "पर्पस-ड्रिवेन स्केलिंग" अप्रोच और ऑर्डर बुक विजिबिलिटी (1 GW+ पाइपलाइन) इसे भारत के क्लीन एनर्जी इन्फ्रास्ट्रक्चर बिल्ड-आउट में एक प्रमुख प्लेयर बनने की राह पर ले जाता है।
डिस्क्लेमर: यह निवेश सलाह नहीं है। निवेश से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें।


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